#जानवरों पर बने मुहावरे#पशु

🙈😼🐘                        जानवरों पर बने मुहावरे-

हिन्दी  भाषा  में  का क्षेत्र  बडा़  ही  विशाल  हैं। हिन्दी  भाषा  में  किसी  कठिन  या मजाकिया  बात  को अनेक  मुहावरों  और  कहावतों  द्वारा  वयक्त  करती  है। जिसे जटिल   विषय  या  गंभीर  बातों  को  भी  आसानी  से समझा  जा  सकता  हैं। 
 हिन्दी  भाषा   में  प्रचलित   कुछ   जानवरों   और पक्षियों   पर  बनें   मुहावरे  निम्नलिखित  है:-

1. उल्लू सीधा करना-

2.भैंस के आगे बीन बजाना -

3.कोल्हू के बैल -

4.मगरमच्छ के आंसू -

5.घड़ियाली आंसू बहाना -

6. कान पर जूं न रेंगना -

7.गिरगिट की तरह रंग बदलना- 

8.बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद -

9.दुम दबाकर भाग जाना -

10. ऊंट के मुंह में जीरा -

11. देखो ऊंट किस करवट बैठता है-

12.गीदड़ भक्ति-

13. धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का -

14.घोड़े बेचकर सोना -

15.छाती पर सांप लोटना -

16.आस्तीन का सांप -

 17.बछिया का ताऊ -

 18.रंगा सियार -

19.जल में रहकर मगर से बैर -

20.काला अक्षर भैंस बराबर -

21.सांप मरे न लाठी टूटे -

22.अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत -

23.आ बैल मुझे मार -

24. पेट में चूहे कूदना -

25.खोदा पहाड़ निकली चुहिया -

26.खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे -

27.सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली -

28.घर की मुर्गी दाल बराबर -

29.हमारी बिल्ली हमी से म्याऊं -

30.हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और -

31.हाथी निकल गया दुम रह गई -

32.अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना -

33.उल्लू बनाना -

34.उल्लू सीधा करना -

35. शेर के मुंह में जाना -

36.अंधे के हाथ बटेर -

37.अंधी पीसे कुत्ता खाए -

38.एक मछली सारे तालाब को गंदा करती है -

 39.छछूंदर के सिर में चमेली का तेल -

 40.गेहूं के साथ घुन भी पिसता है -

41.बिल्ली के भागों छींका टूटा -

 42 भर के छत्ते में हाथ डालना -

 43.दूध की मक्खी होना -

 44.चींटी की चाल चलना -

45.मक्खी मारना -

46.गिरगिट की तरह रंग बदलना -

 47. काठ का उल्लू होना-

 48.घड़ियाली आंसू बहाना -

 49.हवा के घोड़े पर सवार होना -

59.अक्ल के घोड़े दौड़ाना -

 51.दुधारू गाय की लात सहना - 

52.बिल्ली के गले में घंटी बांधना -

53.स्याना कौवा गलीज खाता है -

54.कागा चला हंस की चाल -

55.खग जाने खग की भाषा चाल के -

 56.जंगल में मोर नाचा किसने देखा?-

57. सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे-

58. सांप का पाठ काटा पानी नहीं मांगता -

59. सांप निकल गया लकीर पीटने से क्या लाभ?-

60. सांप अपने बिल में सीधा होकर जाता है-

 61.सांप काटना छोड़ दे पुकारना ना छोड़े -

62.छछूंदर के सिर में चमेली का तेल -

63.जल मेंढक को भी जुखाम हुआ -

64.वक्त पड़े बांका तो गधे को कहना काका -

 65.बाजी नींद आवे पाछी वक्त तैयारी तो कर घोड़े की सवारी- 66.गीदड़ की शामत आए शहर की तरफ भागे --

67.लकड़ी के बंदरिया नाचे -

68.  घोड़ा घास  से यारी करें तो खाए क्या?-

69. शेर का बच्चा शेर ही होता है-

79.हाथी फिर बाजार कुत्ता भोके हजार -

80.हाथी के पांव में सब के पास -

81.हाथी मरा तो भी नौ का -

82.नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली-

 83.खोदा पहाड़ निकली चुहिया -

85.गुड होगा तो मक्खियां आएंगी ही -

86.घर की मुर्गी दाल बराबर -

87.चूहे की चमड़ी से नगाड़े नहीं माने जाते -

88.जल की मछली जल में ही भली -

89.जहां मुर्गा नहीं होता वहां क्या सवेरा नहीं होता?-

90. अपनी गली में कुत्ता भी शेर -

91.आया कुत्ता खा गया तू बैठी ढोल बजा -

92.गधे को खिलाए ना पाप पुण्य -

93.डर लोमड़ी से नाम शेर का -

94.दान की बछिया के दांत नहीं देखे जाते -

95.बंदर के गले मोतियों की माला 

96.धोबी से पार न पावे गधे के कानों में थे




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