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Showing posts from June, 2018

उपसर्ग:-सु,कु,नि,बिन,स,उन

उपसर्ग-"उन' उन+सठ=उनसठ उन+तीस=उनतीस उन+चालीस=उनतालीस उन+पचास=उनचास "कु"उपसर्ग:- कु+पुत्र=कुपुत्र कु+समय=कुसमय कु+चक्र =कुचक्र कु+मार=कुमार कु+लीन=कुलीन कु+रूप =कुरूप कु+चाल=कुचाल "दु" उपसर्ग:- दु+कान=दुकान दु+गुना=दुगुना दु+बला=दुबला दु+लाल=दुलार दु+काल=दुकाल "बिन" उपसर्ग:- बिन+चाहा=बिनचाहा बिन+माँगा=बिनमाँगा बिन+बुलाया=बिनबुलाया बिन+देखा =बिनदेखा बिन+ब्याह=बिनबयाह बिन+बात=बिनबात "भर" उपसर्ग:- भर+पेट=भरपेट भर+मार=भरमार भर+पूर=भरपूर भर+सक=भरसक भर+पाई=भरपाई "स"उपसर्ग:- स+पूत=सपूत स+रस=सरस स+परिवार =सपरिवार स+घड=सुघड स+घन=सघन स+नम=सनम स+चल=सचल स+कल=सकल स+पन=सपन                            संस्कृत के  उपसर्ग                     ****************** "चिर" उपसर्ग:- चिर+काल=चिरकाल चिर+आयु=चिरआयु "सत्"उपसर्ग:- सत्+जन=सज्जन सत्+कार=सत्कार सत्+यम=सत्यम सत्+ग्रह=सत्याग्रह "निर्" उपसर्ग:- निर्+गुण=निर्गुण निर्+डर=निड...

हिंदी के उपसर्ग

                              हिंदी के उपसर्ग                      ******************** उपसर्ग:-उपसर्ग  किसी शब्द के पहले लगकर एक नया शब्द बनाते हैं। उपसर्ग  के  भी कुछ खास नियम होते है,जैसे:-उपसर्ग शब्द के  बाद जो शब्द जोडा जाता हैं, उसका सार्थक अर्थ होना चाहिए। कुछ भी शब्द जोड़ने से उपसर्ग गलत होगा। उदाहरण के लिए:-'आ'उपसर्ग से शब्द बनाना है,तो आ+वास=आवास आ+काश=आकाश यह दोनों  शब्द, वास,काश का सार्थक अर्थ हैं।,वास का अर्थ होता है -रहना और काश का अर्थ  होता हैं-,अगर। आ+दत=आदत में  'दत'का कोई सार्थक अर्थ नहीं है। कहने का अभिप्राय यह है कि उपसर्ग शब्द के बाद में  जो भी शब्द लिखें, उसका सार्थक अर्थ होना चाहिए। हिन्दी के उपसर्ग :-अ ,  अध ,उन, कु, दु,  नि,  बिन,  भर,  सु ************ उपसर्ग "अ" अ+टल=अटल अ+मर=अमर अ+थाह=अथाह अ+शोक=अशोक अ+गम=अगम अ+छूत=अछूत अ+चल=अचल अ+मन=अमन अ+मूल...

हिंदी माह(Month)के नाम

                             हिन्दी  महिनों  के नाम                       ********************** 1)Januray -       चैत्र 2)February-      वैशाख 3)March-           जयेषठ 4)April-              आषाठ 5)May-                श्रावण 6)June -                भाद्पद(भादो) 7)July-                  अशिवन 8)August-            कार्तिक 9)September -     मार्गशीष 10)October-          पौष 11)November-      माघ 12)December -      फाल्गुन 

शुभ प्रभात 🌞

*प्यारी सी सुबह में  स्वागत है.........* *"आशीर्वाद "मिलें  बड़ो  से **स्नेह  मिलें  अपनों से.......* *"खुशियाँ "मिले जग से "यही प्रार्थना " हैं "प्रभु"से.                       *"शुभ प्रभात *

उपसर्ग (Prefix)

'परा' उपसर्ग:- परा+धीन=पराधीन परा+क्रम=पराक्रम परा+जय=पराजय परा+भव=पराभव परा+राज्य =पराजय 'परि' उपसर्ग:- परि+णाम=परिणाम परि+धान=परिधान परि+श्रम=परिश्रम परि+वर्तन =परिवर्तन परि+वार=परिवार परि+क्रमा=परिक्रमा परि+अटन=पर्यटन परि+शर=परिसर 'प्र'उपसर्ग:- प्र+गति=प्रगति प्र+वास=प्रवास प्र+कृति=प्रकृति प्र+काश=प्रकाश प्र+भाव=प्रभाव प्र+भात=प्रभात प्र+हार=प्रहार प्र+कार=प्रकार प्र+बल=प्रबल प्र+धान=प्रधान प्र+थम=प्रथम 'प्रति' उपसर्ग:- प्रति+दिन =प्रतिदिन प्रति+किया =प्रतिक्रिया प्रति+रोध=प्रतिरोध प्रति+क्षण=प्रतिक्षण प्रति+एक=प्रतिएक प्रति+निधि=प्रतिनिधि प्रति+कूल=प्रतिकूल प्रति+पल=प्रतिपल 'वि' उपसर्ग:- वि+धान=विधान वि+राग=विराग वि+रोध=विरोध वि+पक्ष=विपक्ष वि+देश=विदेश वि+नाश=विनाश वि+ज्ञान=विज्ञान वि+क्रम=विक्रम वि+शाल=विशाल 'सु' उपसर्ग:- सु+मन=सुमन सु+कर्म =सुकर्म सु+आगत=स्वागत सु+विचार=सुविचार सु+दर्शन =सुदर्शन सु+पात्र=सुपात्र सु+पुत्र=सुपुत्र सु+योग=सुयोग सु+गम=सुगम सु+देश=सुदेश

उपसर्ग(Prefix)

                  संस्कृत के  उपसर्ग                *************** 'अप' उपसर्ग:- अप+कार=अपकार अप+शब्द =अपशब्द अप+मान=अपमान अप+हरण=अपहरण अप+यश=अपयश 'अभि' उपसर्ग:- अभि+मान=अभिमान अभि+यान=अभियान अभि+युक्त =अभियुक्त अभि+षेक=अभिषेक अभि+शाप,=अभिशाप अभि+नय=अभिनय अभि+नेता=अभिनेता अभि+यास=अभ्यास अभि+मानी=अभिमानी अभि+नंदन=अभिनंदन अभि+प्राय=अभिप्राय अभि+प्रेम =अभिप्रेम 'अव' उपसर्ग:- अव+काश=अवकाश अव+रोध=अवरोध अव+शेष=अवशेष अव+तरण=अवतरण अव+नति=अवनति अव+गुण=अवगुण अव+सर=अवसर अव+साद=अवसाद अव+मानना=अवमानना 'आ' उपसर्ग:- आ+गमन=आगमन आ+जीवन=आजीवन आ+सामान=आसमान आ+जन्म =आजन्म आ+मरण=आमरण आ+चरण=आचरण आ+काल=आकाल आ+राम=आराम आ+दान=आदान आ+रोप=आरोप 'उप' उपसर्ग:- उप+वन=उपवन उप+मंत्री=उपमंत्री उप+देश=उपदेश उप+हार=उपहार उप+योग=उपयोग उप+संहार=उपसंहार उप+बंध=उपबंध उप+सर्ग =उपसर्ग उप+नाम=उपनाम उप+वास=उपवास उप+युक्त =उपयुक्त 'नि' उपसर्ग:- नि+वास=निवास नि+कल=निकल नि+यम=नियम ...

उपसर्ग(Prefix)

                                      उपसर्ग                              ************** उपसर्ग:-किसी शब्द से पहले लगकर उस शब्द के अर्थ को बदल देने  या नया अर्थ देने वाले शब्दो को उपसर्ग कहते हैं। उदाहरण के लिए:-,'उप' उपसर्ग  से नया शब्द-उप+हार=उपहार उप+कार=उपकार उप+करण=उपकरण उप+योग =उपयोग                                उपसर्ग के प्रकार                              *************** 1:-संस्कृत उपसर्ग 2:-हिन्दी  उपसर्ग 3:-उर्दू  उपसर्ग 4:-संस्कृत  अव्यय 1:-संस्कृत उपसर्ग:- ************** उपसर्ग           -     अति           =अधिक अति +रिकती =अतिरिक्त अति +क्रमण =अतिक्र...

हिन्दी की कविता।

                         लोभी  भाई                        *********** एक बहुत  था लोभी भाई। ज्यादा  थी न उसकी कमाई। उसने एक तरकीब लगाई। उसने पाली मुर्गी एक। जो देती थी,सोने का अंडा रोज एक। उसके मन में  लालच आया। झटपट चाकू लाया एक। मुर्गी काटी खून बहाया। अंडा उसने एक न पाया। अब रो-रो बहुत पछताया। *********************************************                            सूरज का गोला                       *************** बड़े सबेरे मुर्गा बोला। चिड़ियों ने अपना मुँह खोला। आसमान में चमकने लगा सूरज का गोला। सब बोले दिन निकाला भाई। *********************************************

तत्सम शब्द

                               तत्सम शब्द                             ************ तत्सम शब्द(Sanskrit words used in Hindi):-संस्कृत भारत की प्राचीन भाषा हैं। हिन्दी भाषा का जन्म संस्कृत भाषा से ही हुआ हैं । संस्कृत  के ऐसे शब्द  जिनका उसी रूप  में हिन्दी भाषा में  प्रयोग किया जाता है,तत्सम शब्द कहलाते हैं। उदाहरण:-घृत,सर्प,अग्नि,कपाट,परीक्षा,रात्रि,सूर्य,मयूर आदि।                               तद्भव शब्द                             *********** तद्भव शब्द (Sanskrit words changed to Hindi):-संस्कृत के  कई शब्दो का उच्चारण कठिन होने के कारण,संस्कृत शब्दों का हिन्दी भाषा में रूप बदल गया। संस्कृत  के  शब्दों के ऐसे शब्द जिनका हिन्दी  में  रूप बदल ...

प्यासा कौआ।

                                  कविता                               *********** एक कौआ प्यासा था उसने देखा,एक घड़ा  घड़े में थोड़ा पानी था  उसने मारे कंकड पानी आया ऊपर कौआ ने पिया पानी खत्म हुई कहानी।  ********************************************* कुछ याद आया,अरे!हाँ अपने बचपन की कविता 🤗

हिन्दी की गिनती।

आज मैं  आपको बताऊंगी हिन्दी भाषा में गिनती* 1-एक 2-दो 3-तीन 4-चार 5-पाँच 6-छः 7-सात 8-आठ 9-नौ 10-दस 11-ग्रयारह 12-बारह 13-तेरह 14-चौदह 15-पंद्र्ह 16-सोलह 17-सत्ररह 18-अठारह 19-उन्नीस  20-बीस 21-इक्कीस  22-बाईस 23-तेईस 24-चौबीस  25-पच्चीस  26-छब्बीस  27-सताईस  28-अठाईस 29-उनतीस  30-तीस  कल 41-100तक की गिन ती  बताऊंगी। 

#शब्द विचार

                                       शब्द                                 ********** आज हम जानेंगे कि  शब्द का क्या  अर्थ  होता हैं। दैनिक  जीवन में हम अपने विचारों और भावों को  दूसरो तक पहुँचाने के लिए मुँह से कुछ  ध्वनियां निकलते हैं,जिनके माध्मय से हम अपनी बात दूसरो तक पहुंचाते हैं,उदाहरण के लिए:- क्+आ+ज्+अ+ल्+अ=काजल ज्+आ+ह्+अ+ज्+अ=जहाज स्+आ+व्+अ+न्+अ=सावन म्+आ+ध्+अ+व्+अ=माधव इस तरह सार्कथ ध्वनियों के मेल से जो इकाई  बनती है,उसे शब्द कहते हैं। प्रत्येक शब्द का अपना विशेष अर्थ होता हैं। व्याकरण में  सार्थक शब्द का ही महत्व होता हैं। उदाहरण के लिए:-खाना-वाना।यहाँ  खाना का अर्थ तो हैं,लेकिन वाना शब्द का कोई अर्थ नहीं होता। चाय-वाय, दिन-विन रोटी-वोटी किया-विया आम-वाम अचार-वचार देखिये इन शब्दों में  वाय,वाम,वोटी,विन आदि निर्थक शब्द हैं,जिनका क...

र और ऋ संबंधी अशुद्धियाँ ।

हम बात कर रहे है,मात्राओ की अशुद्धियो की।मात्रा की गलती से अर्थ  का अनर्थ हो जाता हैं, जैसे:-चिता-चिंता।देखा आपने एक जरे सी  बिन्दी से कैसे शब्द का अर्थ  ही बदल गया।हिंदी  भाषा में  में मात्राओ का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।  आज हम जानेेगे कि कैसे र और ऋ संबंधी अशुद्धियों को:- ग्रहणी   ×  गृहणी          ********************** घ् णा    ×  घृणा  मात्रि     × मातृ  प्रथवी    × प्रथ्वी श्रंंगार     × श्रृृंगार प्रथक     × पृथक। ए  और ऐ संबंधी  अशुद्धियाँ  ********************* एतिहासिक  ×  ऐतिहासिक  पेैैदावार       ×  पैदावार एनक          ×  ऐनक सदेव           × सदैव सेनिक          ×सैनिक में                × मैं  ओ तथा औ संबंधी  अशुद्धियाँ  *****...

उच्चारण(Pronunciation)

मुँह अक्षरों बोलना उच्चारण कहलाता हैं। यदि अक्षरों उच्चारण सही ढंग नहीं  किया जाए,  तो भाषा अशुद्ध जाती हैं। हिन्दी भाषा में  शुद्ध  उच्चारण विशेष महत्व हैं।हिन्दी भाषा   जैसा लिखा  जा  हैं, वैसे पढा र बोला जाता हैं। क्षेत्ररी प्रभाव कारण हिन्दी भाषा लिखने र बोलने में  कुछ अशुद्ध होती हैं, उदाहरण के लिए:-' 'अ'','आ'  संबंधी अशुद्धियाँ:- अशुद्ध              शुद्ध अगामी              आगामी आधीन               अधीन सामजिक          सामाजिक आवश्यकता       आवश्यकता अलोचना            आलोचना नाराज                नाराज अदमी                 आदमी तो आप देखा कि किस तरह मात्राओ की गलतियों से ही,हम अशुद्ध उच्चारण करते हैं।उच्चारण शुद्ध होगा तो लिखेंगे भी शुद्ध। किसी भी भाषा ज्ञान के लिए उस भाषा का उ...

मेरा परिचय

Friend's  मेरा नाम भारती मिश्र  हैं। मैंने एम. ए हिन्दी में  और बी॰एड किया है। मेरा हिन्दी  में  Bolgg लिखने का  एक प्रमुख  कारण हिन्दी  भाषा और हिन्दी  व्याकरण को आप सबके लिए  सरल बनाना हैं। मेरी कोशिश  रहेगी  कि  आपकी  हिन्दी व्याकरण से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकूं। यदि आपको  इस विषय पर पूछना हो तो,जरूर पूछें। मेरी Link   यह हैं:-http://myhindiviews.com/

व्यंजन के प्रकार

1) सपश व्यंजन:(Mutes vowles):--ऐसे व्यंजन जिनको बोलते समय आवाज मुँह से बाहर आने से पहले गले(कंठ),तालु,दाँत,होंठ को छूती हैं,उसे संपन व्यंजन कहते हैं। उदाहरण:-क ख ग घ ङ से म तक। 2)अंतःस्थ व्यंजन(Sini vowels):-ऐसे व्यंजन जिनका उच्चारण स्वरों और व्यंजनों के बीच का होता हैं।उदाहरण:-य र ल व । 3)ऊष्म व्जयंन( Sibilans vowels):-ऐसे व्यंजन जिनका उच्चारण करते समय आवाज मुँह से टकरा कर ऊष्मा(गर्मी) पैदा करे, ऊष्मा व्यंजन कहते हैं।उदाहरण:-श ष स ह।

व्यंजन

जो धवनियाँ बोलते समय मुँह में रूककर बाहर निकलती हैं,उन्हें व्यंजन कहते हैं।व्यंजन 35 होते हैं। कवर्ग- क ख ग घ चवर्ग- च छ ज झ टवर्ग-ट ठ ड ढ ण तवर्ग-त थ द ध न   पवग- प फ ब भ म          य र ल व श           ष स ह                                 व्यंजन के भेद(Consonant) व्यंजन के  तीन(3) प्रकार होते हैं। 1) स्पर्श वयंजन(Mutes) 2)अंतःस्थ व्यंजन(Semi vowel) 3)ऊष्म व्यंजन(Sibilants)

स्वर के भेद।

                                          स्वर के भेद 1)   ह्रसव स्वर (short Vowels ):-जिन स्वर  के उच्चारण  में  कम समय लगता हैं,उसे ह्रसव स्वर  कहते हैं। उदाहरण:-अ,इ,उ,ऋ 2) दीर्घ  स्वर(Long vowels) :-ऐसे  स्वर  जिनका उच्चारण ह्ररसव स्वरों  से दुगुने समय में  होता हैं,दीर्घ  स्वर  कहलाते हैं। उदाहरण:-आ ऑ ई ऊ ए ऐ ओ औ। 3)- प्लुत स्वर:(Longer Vowels)- जिन स्वरों  के  उच्चारण  में 3 गुना समय लगता हैं,वो प्तलु स्वर  कहलाते हैं। इसका चिह्न s हैं,जिसका प्रयोग प्राय:बुलाने या गाने के  लिए किया  जाता है। उदाहरण:-हेऽराम,ओऽम,जाऽओ।

वर्ण के भेद

वर्ण के तीन भेेद होते हैैं: 1) स्वर(Vowel )2) वयंजन(Consonatnts) 3)अयोगवाह(After sound)                                    स्वर                                 जिन वर्णों को बोलने मेें किसी अन्य वॅण की सहायता के बिना किया जाता है,वे स्वर कहलाते हैं। ये वर्ण मुुुख में  रूकते नही हैैं। इनका उच्चारण  सीधे कंंठ से होता हैं। जैैसे:अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ। इनकी संंख्या 11हैं। 

वर्ण-विचार और वर्तनी-उच्चारण

मनुष्य ने मुुुख से निकली ध्वनि को भाषा का रूप दिया। आवाज का लिखित रूप वर्ण कहलाता है। वर्णो को लिखने के ढंग को लिपि कहते हैं। प्रत्येक वर्ण के निश्चित चिंन ह होता हैं;जैैसे-अ,आ,क,ख आ दि। भाषा की सबसे छोटी इकाई जिसके खंड नही हो सकते,उसे वर्ण कहते हैं। जैैसे-क,ख,ग आदि।                               वर्णमाला वर्ण+माला अर्थात वर्णो की माला।वर्णो का वयवसिथत रूूूप वर्णमाला कहलाता है। अ, आ, इ, ई, उ,ऊ, ऋ,ए,ऐ,ओ,औ क,ख,ग,घ,ङ च,छ,ज,झ,ञ ट,ठ,ड,ढ,ण त,थ,द,ध न प,फ ब,भ,म,य,र,ल,व श,ष स,ह।

बोली

भाषा का क्षेत्रीय रुप बोली कहलाताहै।यह भाषा  का कम विकसित रूप हैं। कुछ साहित्यकारो ने बोलियो में साहित्य की रचना की थी:, जैसे: गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की(अवधी):,सूरदासने सुरसागर(ब्रजभाषा) में साहित्य की थी।बोली  का विकास सीमित ही रहा। कुछ प्रमुख बोलियाँ हैं:- कन्नौजी,बाँँगडू,बघेेेली।                                                                 उपभाषा         जब बोली का क्षेत्र बडा़ हो है तब वह उपभाषा बन जाती हैं।उपभाषा में साहित्य रचना की जाती हैं।एक उपभाषा की अनेक बोलियाँ हो सकती हैं। उपभाषाएँ                             बोलियाँ 1:- पश्चिमी हिंदी                ब्रज भाषा,हरियादव,बुंंदेवी, कन्नौजी 2:- पूर्वी हिंदी                 ...